Spoken word performance by Naveen Chourey
December 9, 2021 7:00 pm - December 9, 2021 8:00 pm
In the loss of translation of languages - verbal, gestural, implicit, intentional - is the power to speak to power. Naveen Chourey will be at the Conflictorium exploring Language as a technique to subvert surveillance.
In his own words, Naveen Chourey is a writer while performing and a performer while sitting with pen and paper. Constantly torn between the two sides of his being; poetry keeps him together; makes him - 'Mukammal'.
शाब्दिक, सांकेतिक, परोक्ष, इच्छानुरूप भाषाओं के अनुवाद में जो नुकसान होता है उसमें सत्ता से बात करने की ताकत होती है। नवीन चौरे कॉन्फ्लिक्टोरियम के साथ मिलकर भाषाओं के द्वारा किस तरीके से निगरानी को पलटा जा सकता है उसके बारे में बात करेंगे।
उनके ही शब्दों मे Naveen Chourey प्रदर्शन के दौरान एक लेखक हैं और पेन और कागज़ के साथ बैठे प्रदर्शक है। वे अपने व्यक्तित्व के दो पहलुओं के साथ लगातार जूझते रहते हैं, कविताएं उनको साथ रखती है, उनको मुकम्मल बनाती हैं।